Friday, 1 November 2013

आत्मा का रहस्य। .... भाग ३


न जायते म्रियते वा कदाचिन् 
                 नायं  भूत्वा भविता वा न भूयः। 
अजो नित्यः शाश्र्वतोअयं पुराणों 
           न हन्यते हन्यमाने शरीरे।।  


आत्मा के लिये किसी भी काल में न तो जन्म है न मृत्यु।  वह न तो कभी जन्मा है , न जन्म लेता है और न जन्म लेगा।  वह अजन्मा , नित्य , शाश्र्वत तथा पुरातन है।  शरीर के मारे जाने पर वह मारा नहीं जाता। 

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